🔥 हमारी एआई-चयनित स्टॉक स्ट्रेटेजी, टेक टाइटन्स, मई में अब तक +7.1% ऊपर है। स्टॉक्स में तेज़ी होने पर लाभ उठाएं।40% की छूट क्लेम करें

2011 से अब तक 13 तृणमूल दिग्गज गिरफ्तार

प्रकाशित 27/10/2023, 07:09 pm
2011 से अब तक 13 तृणमूल दिग्गज गिरफ्तार
MO
-
ALAPH
-

कोलकाता, 27 अक्टूबर (आईएएनएस)। 2011 के बाद से, जब पश्चिम बंगाल में 34 साल के वाम मोर्चा शासन को समाप्त कर वर्तमान तृणमूल कांग्रेस शासन सत्ता में आई, तब से भ्रष्टाचार के आरोप में तृणमूल के विधायकों, सांसदों और मंत्रियों सहित 13 दिग्गज नेताओं को गिरफ्तार किया गया है।

एक को छोड़कर, जो कि तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता और पार्टी के पूर्व राज्यसभा सदस्य कुणाल घोष हैं, जिन्हें पश्चिम बंगाल पुलिस ने करोड़ों रुपये के शारदा चिट फंड घोटाले में गिरफ्तार किया था, बाकी सभी गिरफ्तारियां सीबीआई और ईडी द्वारा की गईं।

शारदा चिटफंड घोटाले में घोष के अलावा, पार्टी के तत्कालीन राज्यसभा सदस्य सृंजय बोस और तृणमूल कांग्रेस के विधायक और तत्कालीन पश्चिम बंगाल परिवहन मंत्री मदन मित्रा को गिरफ्तार किया गया था। मित्रा और बोस दोनों को सीबीआई ने गिरफ्तार किया था।

बाद में रोज़ वैली चिटफंड मामले में, सीबीआई अधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस के लोकसभा सदस्य सुदीप बंदोपाध्याय और अभिनेता से नेता बने स्वर्गीय तापस पाल को गिरफ्तार कर लिया। पाल की फरवरी 2020 में 61 वर्ष की आयु में हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई।

2021 में, ईडी के अधिकारियों ने तृणमूल कांग्रेस के पूर्व राज्यसभा सदस्य और अलकेमिस्ट ग्रुप के संस्थापक के.डी. सिंह को 2018 में केंद्रीय एजेंसी द्वारा शुरू किए गए मनी-लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था

2021 में, राज्य विधानसभा चुनावों के तुरंत बाद, सीबीआई अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल कैबिनेट के दो सदस्यों - स्वर्गीय सुब्रत मुखर्जी और फिरहाद हकीम - और कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के पूर्व मेयर सोवन चट्टोपाध्याय और पार्टी विधायक मदन मित्रा को नारद वीडियो टेप घोटाले में गिरफ्तार किया। पार्टी के कई दिग्गज नेताओं और एक पुलिस अधिकारी को लाभ पहुंचाने के वादे के बदले नकद स्वीकार करते देखा गया था।

2022 के बाद से जब केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के लिए करोड़ों रुपये के नकद मामले की जांच शुरू की, तो पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी पहले व्यक्ति थे, जिन्हें पिछले साल जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में पार्टी विधायक और पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन (डब्ल्यूबीबीपीई) के पूर्व अध्यक्ष माणिक भट्टाचार्य को ईडी ने और पार्टी के एक अन्य विधायक जीबन कृष्ण साहा को गिरफ्तार किया गया।

आखिरकार, शुक्रवार की सुबह, पश्चिम बंगाल के वर्तमान वन मंत्री और राज्य के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मलिक को राज्य में करोड़ों रुपये के राशन वितरण मामले में ईडी के अधिकारियों ने गिरफ्तार कर लिया।

--आईएएनएस

सीबीटी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित