iGrain India - मुम्बई । सरकारी क्षेत्र की खनिज तेल विपणन कम्पनियों (ओएमसी) द्वारा आदेश के आठ राज्यों एवं दो केन्द्र शासित प्रदेशों में स्थापित होने वाली आगामी (नई) बायोफ्यूल निर्माण इकाइयों से प्रति वर्ष 300 करोड़ लीटर से अधिक एथनॉल की खरीद की जाएगी।
ओएमसी के एथनॉल खरीद ग्रुप ने केरल, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, गोवा, गुजरात, उड़ीसा जैसे राज्यों और जम्मू कश्मीर तथा लद्दाख जैसे केन्द्र शासित प्रदेशों में आगे समर्थित एथनॉल प्लांटों के साथ एक दीर्घकालीन उठाव (खरीद) अनुबंध की प्रक्रिया में प्रवेश करने हेतु बिडर्स को आमंत्रित करने के लिए इच्छा की अभिव्यक्ति (ईओआई) जारी किया है।
प्रमुख तेल विपणन कम्पनियों (ओएमसी) में इंडियन ऑयल (NS:IOC) कॉर्पोरेशन, भारत पेट्रोलियम (NS:BPCL) कार्पोरेशन तथा हिंदुस्तान पेट्रोलियम कार्पोरेशन सम्मिलित हैं। इन कम्पनियों द्वारा संयुक्त रूप से उपरोक्त राज्यों के नए प्लांटों से 301 करोड़ लीटर एथनॉल की वार्षिक खरीद की जाएगी।
अनुबंध पर हस्ताक्षर होने के बाद दो वर्षों के अंदर इन प्लांटों में एथनॉल का व्यावसयिक उत्पादन आरंभ हो जाने की उम्मीद है। इन प्लांटों में केवल एथनॉल का ही उत्पादन होता है।
ध्यान देने की बात है कि केरल, गोवा, राजस्थान, उड़ीसा, जम्मू कश्मीर एवं लद्दाख में गन्ना का उत्पादन नहीं या नगण्य होता है इसलिए वहां अनाज से एथनॉल का निर्माण हो सकता है।
बिडर्स को अनुबंध के दौरान एक शपथ पत्र जमा करना आवश्यक है जिसमें कहा गया है कि प्रस्तावित डेडिकेटेड एथनॉल प्लांट (डीईपी) लेटर ऑफ क्रेडिट इंटेंट जारी होने की तिथि से दो वर्षों के अंदर क्रियाशील हो जाएगा।
ओएमसी द्वारा तमिलनाडु में 97 करोड़ लीटर, केरल में 55 करोड़ लीटर, राजस्थान में 44 करोड़ लीटर, गुजरात में 33 करोड़ लीटर एवं आंध्र प्रदेश में 30 करोड़ लीटर एथनॉल की वार्षिक खरीद का प्लान बनाया गया है।