iGrain India - नई दिल्ली । विगत कुछ समय से मेथी की कीमतों में तेजी का दौर बना हुआ है और चालू माह के दौरान अभी तक कीमतों में 400/500 रुपए प्रति क्विंटल की तेजी दर्ज की गई है और अभी भी बाजार में धारणा मजबूती की बनी हुई है
क्योंकि बाजार में निर्यातकों के अलावा लोकल में भी वृद्धि दर्ज की गई है। सूत्रों का मानना है कि आगामी दिनों में भी अचार डालने वालों की मांग अच्छी रहेगी। जिस कारण से अभी भाव ओर बढ़ने की संभावना है।
आई ग्रेन इंडिया ने अपने पाठकों को 15 अप्रैल- 2024 को सलाह दी थी कि वर्तमान भावों पर मेथी का स्टॉक करना लाभ का सौदा रहेगा।
उस समय मंडियों में एवरेज क्वालिटी मेथी का भाव 5000/5500 रुपए प्रति क्विंटल चल रहा था जोकि वर्तमान में बढ़कर 5500/6000 रुपए प्रति क्विंटल हो गया है। वर्तमान हालात को देखते हुए अभी भी बाजार में 400/500 रुपए प्रति क्विंटल तेजी बनने के अनुमान लगाए जा रहे हैं।
उत्पादन
उत्पादक केन्द्रों पर बिजाई घटने के कारण चालू सीजन के दौरान मेथी की पैदावार गत वर्ष की तुलना में कम रही है। सूत्रों का मानना है कि इस वर्ष देश में मेथी का उत्पादन 16/17 लाख क्विंटल होने के अनुमान लगाए जा रहे हैं। जबकि गत वर्ष पैदावार 18/20 लाख क्विंटल की रही थी।
आवक
कुल उत्पादन का लगभग आधे से अधिक माल मंडियों में आ जाने के कारण वर्तमान में मंडियों में मेथी की दैनिक आवक घटनी शुरू हो गई है।
उल्लेखनीय है कि प्रमुख मंडी जावरा में मेथी की आवक घटकर 2000/2200 बोरी की रह गई है जबकि गत दिनों आवक 6000/7000 बोरी की हो गई है।
राजस्थान की कोटा मंडी में भी आवक 2000/2500 बोरी की रह गई है। जबकि सीजन पर आवक 5500/6000 बोरी की चल रही थी। गुजरात में राजकोट मंडी में भी आवक 900/1000 बोरी की रह गई है। जोकि सीजन पर 2500/3000 बोरी की चल रही थी।
निर्यात
चालू वित्त वर्ष 2023-24 के प्रथम 11 माह में मेथी का निर्यात कम रहा। जानकारी के अनुसार अप्रैल-फरवरी- 2024 के दौरान मेथी का निर्यात 24936 टन का हुआ है जबकि अप्रैल-फरवरी - 2023 में निर्यात 30688 टन का रहा था। सूत्रों का मानना है कि वर्तमान में भाव कम होने के कारण निर्यात मांग में सुधार होगा।