iGrain India - नई दिल्ली । ग्रीष्मकालीन तिलहन फसलों का उत्पादन क्षेत्र गत वर्ष 9.23 लाख हेक्टेयर से 4 प्रतिशत बढ़कर इस बार 9.60 लाख हेक्टेयर हो गया।
इसके तहत मूंगफली का बिजाई क्षेत्र 43.63 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 4.70 लाख हेक्टेयर, तिल का क्षेत्रफल 4.61 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 4.89 लाख हेक्टेयर तथा सूरजमुखी का रकबा 32 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 33 हजार हेक्टेयर पर पहुंच गया।
समीक्षाधीन अवधि के दौरान मूंगफली का उत्पादन क्षेत्र उत्तर प्रदेश में 1.26 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 1.33 लाख हेक्टेयर तथा गुजरात में 53 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 60 हजार हेक्टेयर पर पहुंचा मगर कर्नाटक में 83 हजार हेक्टेयर से घटकर 59 हजार हेक्टेयर रह गया।
देश के अन्य प्रांतों में इसका रकबा 2 लाख हेक्टेयर से बढ़कर 2.18 लाख हेक्टेयर पर पहुंच गया। जहां तक तिल का सवाल है तो इसका बिजाई क्षेत्र महाराष्ट्र में 68 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 75 हजार हेक्टेयर, उड़ीसा में 14 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 25 हजार हेक्टेयर तथा पश्चिम बंगाल में 68 हजार हेक्टेयर से सुधरकर 74 हजार हेक्टेयर हो गया।
शेष क्षेत्रफल गुजरात एवं उत्तर प्रदेश सहित देश के अन्य राज्यों में रहा। जायद सीजन की तिलहन फसलों की बिजाई का अभियान लगभग समाप्त हो चुका है।