नई दिल्ली (आई-गग्रेन इंडिया)। बेहतर घरेलू उत्पादन, ऊंचे स्टॉक एवं प्रतिस्पर्धी मूल्य के सहारे फरवरी 2023 में भारत से देसी चना ग्राम वायदा का निर्यात उछलकर 52,495 टन पर पहुंच गया जबकि फरवरी 2022 में इसकी मात्रा केवल 5373 टन रही थी।
उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक फरवरी 2023 में बांग्ला देश द्वारा भारत से सर्वाधिक 47,518 टन चना का आयात किया गया जो भारत से हुए कुल निर्यात का करीब 80-85 प्रतिशत था। इसके बाद संयुक्त अरब अमीरात ने 1342 टन, ईरान ने 1327 टन, ब्रिटेन ने 747 टन, मलेशिया एवं श्रीलंका ने 296-296 टन, कतर ने 208 टन , अमरीका ने 186 टन, मारीशस ने 126 टन, कनाडा ने 80 टन, सऊदी अरब ने 78 टन तथा अन्य देशों ने 231 टन देसी चना का भारत से आयात किया।
वित्त वर्ष 2022-23 के आरंभिक 11 महीनों में यानी अप्रैल 2022 से फरवरी 2023 के दौरान भारत से देसी चना का निर्यात उछलकर 1.27 लाख टन के करीब पहुंच गया जो 2021-22 की समान अवधि के शिपमेंट 43 हजार टन से 84 हजार टन अधिक था।
अप्रैल-फरवरी (2022-23) के दौरान भारत से बांग्ला देश को 54 हजार टन, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) को 34,207 टन, ईरान को 28,366 टन, ब्रिटेन को 1769 टन, क़तर को 1352 टन, अमरीका को 1051 टन, मलेशिया को 1017 टन, श्रीलंका को 926 टन, कनाडा को 690 टन, मारीशस को 622 टन, सऊदी अरब को 84 टन तथा अन्य देशों को 2958 टन चना का निर्यात किया गया।
उल्लेखनीय है कि भारत दुनिया में देसी चना का सबसे बड़ा उत्पादक एवं खपतकर्ता देश है। दो-तीन साल से देश में इस महत्वपूर्ण दलहन का शानदार उत्पादन हो रहा है जबकि अनेक महीनों से इसका बाजार भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे चल रहा है। इसके फलस्वरूप निर्यात योग्य स्टॉक में बढ़ोत्तरी हुई और बांग्ला देश तथा संयुक्त अरब अमीरात जैसे देशों में इसकी मांग काफी बढ़ गई। सरकार की तरफ से चना के निर्यात पर कोई रोक टोक नहीं है।
ऑस्ट्रेलिया से फरवरी 2023 में कुल करीब 85 हजार टन देसी चना का निर्यात हुआ जबकि वह इसका प्रमुख आपूर्तिकर्ता माना जाता है। भारत सरकार ने चना का घरेलू उत्पादन बढ़कर चालू रबी सीजन में 136 लाख टन के नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंचने का अनुमान लगाया है।